गोलकोंडा किले का इतिहास Golconda Fort History in Hindi
Golconda Fort History in Hindi भारत एक कई इतिहास वाला देश है यहां की समृद्ध संस्कृतिक विरासत ने सभी को सम्मोहित कर रखा है। भारत के सभी राज्यों में कोई न कोई संस्कृतिक इतिहास जरूर है।
यदि आपको कभी हैदराबाद जाने का मौका मिले तो जो आंध्र प्रदेश की राजधानी है तो आप शायद 400 वर्ष पुराने भव्य और प्रभावशाली गोलकोंडा के किले को देखने का मौका नहीं जाने देंगे जो शहर के पशिचमी सिरे पर स्थित है।
यह किला काकतीय
राजवंश द्वारा 13 वीं शताब्दी में निर्मित करवाया गया था। भारत का सर्वाधिक असाधारण
स्मारक माना जाने वाला गोलकोंडा किला अपने स्वंय की ‘नवाबी संस्कृति का अद्भुत
चित्रण करता है। आप यहां आकर और इस किले को देख कर आधुनिक स्वंय प्रणाली के
प्रभाव से चकित रह जाएंगे इस तरह बनाई गयी है के हाथ से
बजायी गयी ताली की आवाज हिसार गेट से गूंजते हुए सुनाई देती है। वास्तुकारों की
अद्भुत योजना यहां हवा के आने जाने की दिशा से स्पष्ट हो जाती है जो इस प्रकार
डिजाईन की गयी है के हवा के ठंडे झोंके सदा बहते रहते हैं। चाहे बाहर आंध्र प्रदेश
की तीखी गर्मी जारी हो।
इस किले के पास ही स्थित रॉयल
गार्डन भी एक देखने लायक स्थान है। गोलकोंडा किले के बाहर पथरीली पहाड़ियों पर
तारामती गान मंदिर और प्रेम नाथ नुत्य मंदिर नामक दो अलग अलग मंडप हैं यहां
प्रसिद्ध बहनें तारामती और प्रेममती रहती थी। वे कला मंदिर नामक दो मंजिला इमारत
के शीर्ष पर बने एक गोलाकार मंच पर नुत्य किया करतीं थी जो राजा के दरवार से दिखाई
देता था किले का एक आकर्षण यहां होने वाला ध्वनि और प्रकाश कार्यक्रम है। जिसमें
गोलकोंडा के इतिहास को संजीव रूप में प्रस्तुत किया है। दृश्य औरश्रव्य प्रभावों
के विहंगम प्रस्तुतिकरण से गोलकोंडा की कहानी आपको कई सदियों पुराने भव्य इतिहास
में ले जाती है। यह कार्यक्रम सप्ताह के एक दिन छोड़कर अगले दिन के अंतराल पर
अंग्रेजी और तेलगु में प्रस्तुत किया गया है गोलकोंडा का किला भारतीय सेना की
गोलकोंडा सशत्र सेना के मौजूदा समय में गर्व से खड़ा है जो आज यहाँ उपस्थित है। – ट्विंकलदीप और सैणी
Facts
1.
गोलकुंडा का किला तेलंगाना की राजधानी
हैदरावाद के पास स्थित है।
2.
इस किले का नाम तेलगु भाषा के शब्द गोल्ला कोंडा पर रखा गया है।
3.
शुरू में यह किला कच्चा मिट्टी से बना हुआ था
परन्तु क़ुतुब शाही वंश के समय में यह ग्रेनाईट से बनाया गया था।
4.
इस दुर्ग का निर्माण वरंगल के राजा ने 14 वीं शताब्दी में करवाया था।
5.
गोलकुंडा जा यह किला एक उंची पहाड़ी पर स्थित
है।
6.
गोलकुंडा (Golconda Fort) कोल्लूर झील के नजदीक हीरों की खान के लिए भी प्रसिद्ध है।
7.
इस किले के 8 दरवाजे
हैं और इसके चारों तरफ़ 3 मील की
मजबूत दीवार बनी हुई है।
8.
इस किले के नजदीक मूसी नदी है जो इसके दक्षिण
में बहती है।
9.
सन 1512 में यह किला कुतुबशाही राजाओं के अधिकार में आ गया था इसके
बाद सन 1687 में इस
किले को औरंगजेब के द्वारा जीत लिया गया था।
10.
इस किले की कुछ दूरी पर कुतुबशाही राजाओं के
मकबरे बने हुए हैं।
11.
गोलकुंडा किले में आज भी 4 सदियों पुराना शाही बाग़ है।
12.
गोलकुंडा परिसर में प्राचीन कला के बहुत सारे
सुंदर दृश्य देख सकते हैं।
13.
गोलकुंडा में पहुंचते ही बाला हिस्सार गेट बना हुआ है इस दरवाजे पर सुंदर कलाकारी की गयी है।
14.
इस किले के अंदर अश्लाह खाना , तारामती मस्जिद ,नगीना
बाग़ , अम्बर खाना , रामरसा
कोठा आदि कई सुंदर इमारतें बनी हुई हैं।
15.
गोलकुंडा किले की कुछ दूरी पर क़ुतुब शाही
सुलतान की कब्र बनी हुई है यह कब्र सुंदर पत्थरों से बनाई गयी है।
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