भास के साथ काम करने के लिए बेहद एक्साइटेड हूं: श्रद्धा कपूर
भास के साथ काम करने के लिए बेहद एक्साइटेड हूं: श्रद्धा कपूर
प्रशांत जैन, नवभारत टाइम्स | Updated:

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प्रभास की नई फिल्म का इंतज़ार हम भी कर रहे हैं...
Bharat Das
'स्त्री' की जबर्दस्त कामयाबी को आप कैसे सेलिब्रेट कर रही है?
मैं बेहद खुश हूं कि हमारी फिल्म 100 करोड़ क्लब में पहुंच गई है। साथ ही फिल्म को दर्शकों का इतना ज्यादा प्यार भी मिल रहा है। एक ऐक्टर के लिए सबसे बड़ी खुशी यही होती है कि दर्शक उसकी फिल्म पसंद कर रहे हैं। मेरा मानना है कि बॉक्स ऑफिस कलैक्शन इसी चीज को दिखाते हैं कि दर्शक आपकी फिल्म को कितना पसंद कर रहे हैं। हालांकि फिल्म की रिलीज से पहले मुझे इस चीज का आइडिया नहीं था कि 'स्त्री' बॉक्स ऑफिस पर इतना जबर्दस्त प्रदर्शन करने वाली है। हालांकि मैं बहुत ज्यादा खुशियां नहीं मना रही हूं। दरअसल, फिल्म इंडस्ट्री में आपकी फिल्में हिट-फ्लॉप तो होती रहती हैं, लेकिन मेरी कोशिश हमेशा यही रहती है कि फिल्मों में अच्छा काम किया जाए, जो कि दर्शकों को पसंद आए।
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फिल्म में महिलाओं के सम्मान को लेकर भी मजेदार अंदाज में बात की गई है?
जी हां, मुझे यह बात बहुत अच्छी लगी कि फिल्म 'स्त्री' में सीधे-सपाट अंदाज की बजाय मजेदार तरीके से महिलाओं के सम्मान को लेकर गंभीर मैसेज दिया। बेशक, फिल्म की लिखावट जबर्दस्त है, जिस वजह से दर्शकों ने फिल्म को पसंद किया और इसके मैसेज को भी समझा। साथ ही, फिल्म के डायरेक्टर अमर कौशिक ने भी कमाल कर दिया। फिल्म में उनका बेहतरीन डायरेक्शन देखकर लगा ही नहीं कि उन्होंने पहली बार कोई फिल्म डायरेक्ट की है।
आप दिल्ली में रही हैं। कैसे याद करती हैं दिल्ली को?
दिल्ली मेरे लिए घर जैसा है, क्योंकि मेरे पापा यहीं से हैं। मैंने यहां करोल बाग और राजेंद्र नगर में दादा-दादी के साथ काफी वक्त भी बिताया है। बेशक, मेरी दिल्ली से काफी अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं। इसके अलावा, मुझे दिल्ली का खाना बेहद पसंद है। मैं जब भी दिल्ली आती हूं, तो छोटे-भटूरे खाना नहीं भूलती।
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फिल्म साइन करते वक्त आप किन चीजों का ख्याल रखती हैं?
दरअसल, समय के साथ मेरी भी सोच बदलती जा रही है। आजकल मैं फिल्में साइन करते वक्त उसकी कहानी पर काफी ध्यान देती हूं। मेरी कोशिश रहती है कि मैं ऐसी कहानी पर बनने वाली फिल्म साइन करूं, जो दर्शकों को पसंद आए। जब स्त्री का ऑफर मुझे मिला, तो उसकी स्क्रिप्ट सुनते ही मुझे फिल्म पसंद आ गई और मैंने उसके लिए तुरंत हां कर दिया। मैं खुद को बेहद खुशकिस्मत मानती हूं कि मुझे इस तरह की फिल्मों के ऑफर मिल रहे हैं।
आपकी फिल्में 'हसीना पारकर' और 'हाफ गर्लफ्रेंड' ने उतना अच्छा नहीं किया। क्या आपने खुद में कोई चेंज किया है?
मैंने खुद में कोई खास चेंज नहीं किया। मुझे लगता है कि मुझे ऑफर होने वाली फिल्में बदली हैं और मैंने उनके लिए हां बोल दिया है। मसलन मुझे 'स्त्री' का ऑफर आया और मैंने हां बोल दिया। दरअसल, फिल्म के निर्माताओं को लगा कि मैं इस रोल को बेहतर तरीक से कर सकती हूं।
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आप
जी हां, यह मेरे लिए बहुत बड़ा मौका है। मैं प्रभास के साथ काम करने के लिए बेहद एक्साइटेड हूं। मुझे फिल्म का नैरेशन बहुत पसंद आया। सबसे अच्छी बात यह है कि यह कई भाषाओं में रिलीज होगी। हम इसे हिंदी और तेलुगू में साथ शूट कर रहे हैं। इसके अलावा, मैं साइना नेहवाल की बायॉपिक भी शूट कर रही हूं। इसके लिए भी मैं काफी मेहनत कर रही हूं। इसे लेकर मेरी बैडमिंटन की ट्रेनिंग पिछले साल से चल रही है। फिलहाल मेरा फोकस इन्हीं दोनों फिल्मों पर है। इसके अलावा, मुझे अभी तक यकीन नहीं हो पा रहा है कि 'स्त्री' इतनी बड़ी हिट हो गई है और अभी भी सिनेमाघरों में जमी हुई है।
'बत्ती गुल मीटर चालू' देखकर कुछ-कुछ 'टॉयलेट एक प्रेमकथा' की याद आती है?
'टॉयलेट एक प्रेमकथा' और 'बत्ती गुल मीटर चालू' दोनों ही सामाजिक मुद्दों पर बनी छोटे शहरों की कहानी हैं। मुझे लगता है कि डायरेक्टर श्री नारायण सिंह की दोनों फिल्मों में बस इतनी ही समानता है। वरना दोनों फिल्मों की कहानी एकदम जुदा है। हमारी फिल्म उत्तराखंड में बेस्ड है और बिजली जैसे ज्वलंत मुद्दे पर चोट करती है।
Web Title shraddha kapoor talks about her films and personal life
(Hindi News from Navbharat Times , TIL Network)
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